हमने जहां में सबको देखा है आजमाकर

हमने जहां में सबको देखा है आजमाकर,

मतलब नहीं रखेंगे अब हम किसी से ज्यादा ।।

उसकी फिकर ‘ चरौरा ‘ करना तू छोड़ दे अब,

आता नहीं है कुछ भी उसे शायरी से ज्यादा ।।

Related Post

दुख दर्द के बहाने रिश्तों को आजमाना

दुख दर्द के बहाने रिश्तों को आजमाना । कितना अजीब है ये दुख दर्द का बहाना ।। इस युग में आदमी की फितरत ये हो गयी है, शीशे की छत बनाकर, छप्पर को भूल जाना ।।

बांधे हैं हाथ हमने दुश्मन को ये भरम है

बांधे हैं हाथ हमने, दुश्मन को ये भरम है ! है वक्त अब दिखा दो बाजू में कितना दम है !! जिस देश की ज़मीं से मिलती है हमको ताकत ! उसके लिए ये जां भी देनी पड़े तो कम है !!