भारत के सब लाल होली खेलेंगे

प्रेम का प्याला पी कर आना

ठाकुर जी को भोग लगाना

गांव चरोरा की गलियों में

बाजेंगी खड़ताल,होली खेलेंगे

होगा खूब धमाल, होली खेलेंगे

भारत के सब लाल होली खेलेंगे

Related Post

खिड़कियों पर जालियां हैं

खिड़कियों पर जालियां हैं, ये पता कैसे चले ? युद्ध की तैयारियां हैं, ये पता कैसे चले ? तन बदन की सब नसें दुखने लगीं हैं इन दिनों, कौन सी बीमारियां हैं, ये पता कैसे चले ? बैग में हथियार होंगे, ये हमें अनुमान था, कील हैं या आरियां हैं, ये पता कैसे चले ? […]

जग में वीर कहां है अब

लक्ष्मण रेखा खींच सके जो, ऐसा धीर कहां हैं अब ? लक्ष्य भेदकर आने वाला, असली तीर कहां है अब ।? काली रस्सी को ज़हरीला सांप बताती है दुनियां । राजगुरू सुखदेव भगत सा जग में वीर कहां है अब ।?

गीत

गीत पाँच सितारा इक होटल में, मैने अपने गांव को देखा ।। खट्टे बेरों वाली झाड़ी, दो गमलों में लगी हुई थी । एक पुरानी घोड़ा गाड़ी, दरवाजे पर खड़ी हुई थी । शीशे की सब दीवारों पर, काली – पीली छांव को देखा, पहली मंजिल पर देखा था, चूल्हे से बतियाता आँगन, सुबह की […]